Ice cream विक्रेता को तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर
लखनऊ के लोहिया पथ पर देर रात तेज रफ्तार कार ने आइसक्रीम विक्रेता को टक्कर मार दी। वह कार के आगे फंस गया
बेकाबू कार ने आइसक्रीम विक्रेता को मारी टक्कर, 50 मीटर तक घिसटने के बाद मौत
लखनऊ के लोहिया पथ पर देर रात तेज रफ्तार कार ने आइसक्रीम विक्रेता को टक्कर मार दी। वह कार के आगे फंस गया और करीब 50 मीटर तक घिसटते चला गया। कार डिवाइडर से टकराकर रुकी।आइसक्रीम विक्रेता की मौके पर मौत हो गई, जबकि कार की चपेट में आकर एक ई रिक्शा चालक भी जख्मी हो गया। हादसे के बाद कार सवार युवक-युवतियां भाग निकले। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर नंबर के आधार पर केस दर्ज करते हुए कार मालिक से संपर्क किया है।
मूलरूप से अयोध्या के मवई निवासी राजेंद्र यादव (28) जियामऊ में किराये के मकान में रहते थे। वह आइसक्रीम बेचते थे। मंगलवार रात करीब डेढ़ बजे वह आइसक्रीम बेचने के बाद 1090 चौराहे की तरफ से जियामऊ जा रहे थे। कैंसर अस्पताल वाले मोड़ से करीब 30 मीटर पहले पीछे से आ रही कार ने उनको टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वह नीचे गिरे और कार के अगले हिस्स में फंस गए। घिसटते हुए वह मोड़ तक पहुंच गए और कार डिवाइडर से टकरा गई। पास से गुजर रह ई रिक्शा चालक पंकज भी चपेट में आकर चोटिल हो गए।
कार बहुत रफ्तार में थी। पुलिस के मुताबिक, अंदेशा है कि रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे से भी अधिक थी। यही वजह है कि टक्कर लगने के बाद इतनी दूर तक काबू में नहीं आई। आखिर में डिवाइडर से टकराई। कार के फ्रंट के दोनों एयरबैग खुल गए। यही वजह है कि कार सवार पूरी तरह से सुरक्षित रहे। रफ्तार का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि जिस डिवाइडर से कार टकराई थी वह टूट गया था।
हादसे को लेकर लोगों में काफी गुस्सा था। रात का वक्त होने के कारण लोगों को वहां पहुंचने में थोड़ा वक्त लगा। इसके पहले ही कार सवार चले गए थे। दावा है कि कार में दो युवक और दो युवतियां मौजूद थीं। ये भी आरोप है कि कार में शराब पी गई थी। खाली गिलास, नमकीन के पैकेट, पानी के बोतल आदि कार के भीतर थे। लोगों का कहना है कि कार सवार व चालक सभी नशे में थे। अहिमामऊ चौकी इंचार्ज ने बताया कि अब तक की जांच में जो तथ्य और बयान सामने आए हैं, उससे अंदेशा है कि हादसे की वजह नशा और रफ्तार है। चूंकि कार सवार पकड़े नहीं गए हैं, इसलिए इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। बाकी जांच की जा रही है। हादसे के बाद कार को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे गोल्फ क्लब चौराहे की तरफ से विपरीत दिशा से 1090 चौराहे की ओर जा रही थी। ये इसलिए क्योंकि डिवाइडर से टकराने के बाद कार दो बार गोल-गोल घूमकर 1090 चौराहे की तरफ हो गई थी।
कार का रजिस्ट्रेशन बीकेटी के नवी कोट नंदना निवासी विक्रांत के नाम पर है। पुलिस अब तक ये पता नहीं कर सकी है कि कार कौन चला रहा था और उसमें कौन-कौन सवार था। एसीपी हजरतगंज अरविंद कुमार वर्मा का कहना है कि जांच की जा रही है। एक टीम कार मालिक से संपर्क कर जानकारी जुटा रही है। कार की चालान हिस्ट्री से पता चला कि उसके दो गंभीर चालान हुए। जो 184 एमवी एक्ट के तहत किए गए। मतलब कार को खतरनाक तरीके से चलाया गया। यही नहीं सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं किया और विपरीत दिशा में भी दौड़ाया गया।
चालान हिस्ट्री से साफ है कि कार से अक्सर रैश ड्राइविंग की जाती रही है। कार का बीमा भी 10 महीने पहले खत्म हो चुका है।