Noida कंपनी खोलकर नकली सप्लीमेंट बनाने वाले तीन गिरफ्तार

नोएडा। नोएडा में एक व्यक्ति ने सेक्टर-63 के जी ब्लॉक जी-86 स्थित एक कंपनी से फूड सप्लीमेंट (प्रोटीन पाउडर) मंगवाया। इसे खाने के बाद उसे पेट और लीवर की समस्या होने लगी।

Noida कंपनी खोलकर नकली सप्लीमेंट बनाने वाले तीन गिरफ्तार

कंपनी खोलकर नकली सप्लीमेंट बनाने वाले तीन गिरफ्तार

नोएडा में एक व्यक्ति ने सेक्टर-63 के जी ब्लॉक जी-86 स्थित एक कंपनी से फूड सप्लीमेंट (प्रोटीन पाउडर) मंगवाया। इसे खाने के बाद उसे पेट और लीवर की समस्या होने लगी। चेहरे पर मुंहासे निकल आए। पीड़ित को लगा कि उसने जो फूड सप्लीमेंट खाया है, वह नकली है। पीड़ित ने मामले की शिकायत सेक्टर-63 थाने में की। पुलिस ने टीम बनाकर कंपनी पर छापा मारा। खाद्य विभाग ने यहां बन रहे मॉल की जांच की, जो नकली निकला। पुलिस ने मौके से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनके पास से 50 लाख रुपये कीमत की नकली खाद्य सामग्री, कैप्सूल बॉक्स, प्रोटीन बॉक्स बरामद हुए। 

डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि आरोपियों की पहचान साहिल यादव, हर्ष अग्रवाल और अमित चौबे के रूप में हुई है। तीनों गाजियाबाद के रहने वाले हैं। साहिल और हर्ष कंपनी के मालिक हैं और अमित कंपनी का मैनेजर है। पूछताछ में बताया कि ये लोग मॉल को हरियाणा से लाते थे। फूड सप्लीमेंट तैयार होने के बाद इसे ऑनलाइन बेचते थे। पुलिस अन्य लिंक तलाश रही है। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि शिकायत मिलते ही पुलिस टीम सेक्टर-63 के जी-86 में पहुंची।

यहां जांच की गई तो देखा कि 3 लोग बेसमेंट में खाली डिब्बों में कुछ भर रहे थे। बेसमेंट में भारी मात्रा में फूड सप्लीमेंट से भरे डिब्बे रखे थे, जिसमें रॉरेज कंपनी और द एथलीट कम्पलीट न्यूट्रिशन प्रोटीन के डिब्बे और रैपर, पैकिंग मशीन, प्रिंटिंग मशीन व अन्य सामान शामिल था। खाद्य विभाग ने खाली डिब्बे भर रहे तीनों लोगों से इस काम का लाइसेंस या मैन्यूफैक्चरिंग लाइसेंस संबंधी कागजात मांगे। तीनों कोई जवाब नहीं दे सके। टीम ने सैंपल लेकर जांच की। पता चला कि डिब्बे में जो मात्रा लिखी थी, वही थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

सख्ती से पूछताछ में बताया कि वह बेहद कम कीमत पर नकली फूड सप्लीमेंट तैयार कर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए 5 गुना कीमत पर बेचते थे। गिरफ्तार साहिल यादव वर्ष 2017-2018 में हरियाणा में फूड सप्लीमेंट बनाने वाली कंपनी एडवांस न्यूट्रा टेक में काम कर चुका है। वहां से काम सीखने के बाद साहिल ने 1 दिसंबर 2024 को जी-86 में रॉरेज के नाम से अपनी कंपनी बनाई। इसमें उसने हर्ष को अपना पार्टनर और अमित को कंपनी में मैनेजर बनाया। तीनों नकली फूड सप्लीमेंट के डिब्बे तैयार कर उन पर अपनी कंपनी का रैपर लगाकर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचते थे। ऑर्डर मिलने के बाद ये लोग 3500 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से कूरियर के जरिए फूड सप्लीमेंट सप्लाई करते थे।

तीन राज्यों में होती थी सप्लाई

डीसीपी ने बताया कि ये लोग अलग-अलग जगहों से खराब और सस्ते मॉल खरीदते थे। इनकी कंपनी इन्हें पाउडर के रूप में प्रोसेस करके डिब्बों में भरती थी। फिर उस मॉल से कम कीमत पर नकली फूड सप्लीमेंट के डिब्बे तैयार करते थे। उस पर अपनी कंपनी का रैपर लगाते थे। असली बताकर ये प्रति डिब्बे 4 से 5 गुना कीमत वसूलते थे और तैयार माल को नोएडा, दिल्ली, हरियाणा समेत अन्य जगहों पर सप्लाई करते थे।