लखनऊ में कहां गए विदेशी नस्ल के 4000 डॉग्स? नगर निगम की उड़ गई नींद
लखनऊ। नगर निगम का पशु कल्याण विभाग विदेशी नस्ल के 4000 डॉग्स की तलाश में जुट गया है।
लखनऊ में कहां गए विदेशी नस्ल के 4000 डॉग्स? नगर निगम की उड़ गई नींद
लखनऊ। नगर निगम का पशु कल्याण विभाग विदेशी नस्ल के 4000 डॉग्स की तलाश में जुट गया है। दरअसल नगर निगम में बीते वर्ष रजिस्टर्ड हुए लाइसेंस इस बार अब तक रिन्यू नहीं करवाए गए हैं। पिछले साल 8045 डॉग्स का रजिस्ट्रेशन हुआ था जबकि इस साल महज 3600 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। जांच में सामने आया है कि कुल लाइसेंस में 90ः ऐसे डॉग्स के हैं, जिनकी उम्र तीन से चार साल के बीच है। ऐसे में लाइसेंस रिन्यू नहीं करवाने वालों को नोटिस जारी करने की तैयारी है।
जल्द ही पुराने लाइसेंस के आधार पर एक सप्ताह में लाइसेंस रिन्यू का अल्टीमेटम जारी होगा। इसके बाद भी लाइसेंस नहीं बनवाने पर जुर्माना वसूलने के लिए टीम घर पहुंचेगी। इस दौरान जुर्माना जमा नहीं होने पर डॉग को जब्त कर लिया जाएगा।
नगर पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि डॉग का लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को सरल कर दिया गया है। अब किसी भी डॉग लवर को कार्यालय आकर लाइसेंस बनवाने की जरूरत नहीं है। घर बैठे ऑनलाइन ही नया लाइसेंस बनवाने के साथ ही रिन्यू करवाया जा सकता है।
अगर किसी को ऑनलाइन लाइसेंस में दिक्कत आती है तो मुख्यालय आकर ऑफलाइन लाइसेंस बनवा सकता है। लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय के ठीक बगल वाली बिल्डिंग के प्रथम तल पर नगर पशु कल्याण विभाग का कार्यालय है।विदेशी ब्रीड के डॉग का लाइसेंस 1000 और देसी का 200 रुपये में बनता है। मौजूदा वक्त में नए लाइसेंस की संख्या काफी ज्यादा है। लेकिन रिन्यू कराने वालों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो रही है।ऐसे में दर्ज पते के आधार पर लोगों से संपर्क किया जा रहा है।
ऐसे इलाकों पर खास ध्यान दिया जाएगा जहां सबसे ज्यादा डॉग लाइसेंस बने, लेकिन रिन्यू नहीं करवाए गए। जल्द ही हर शनिवार को चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।