दो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ तथा उन्हें नग्न घुमाने की कथित हिंसाग्रस्त मणिपुर की घटना
नई दिल्ली, 20 जुलाई उच्चतम न्यायालय ने एक वायरल वीडियो में दो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ तथा उन्हें नग्न घुमाने की कथित हिंसाग्रस्त मणिपुर की घटना का गुरुवार को स्वत: संज्ञान लेकर केंद्र और राज्य सरकारों को जवाब तलब किया।
नई दिल्ली, 20 जुलाई ( उच्चतम न्यायालय ने एक वायरल वीडियो में दो महिलाओं के साथ
छेड़छाड़ तथा उन्हें नग्न घुमाने की कथित हिंसाग्रस्त मणिपुर की घटना का गुरुवार को स्वत: संज्ञान
लेकर केंद्र और राज्य सरकारों को जवाब तलब किया।
न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने
मणिपुर सरकार और केंद्र सरकार से एक सप्ताह में यह बताने को कहा है कि विचलित करने वाली इस
घटना के मामले में अब तक उसने क्या कार्रवाई की है। साथ ही, यह भी बताने को कहा कि भविष्य में
ऐसी घटना न हो, इसके लिए उसने क्या उठाया है।
पीठ ने इस वीडियो में दिखने वाली घटना को बेहद परेशान करने वाला बताते हुए कहा कि सरकार यदि
इस मामले कार्रवाई नहीं करेगी तो अदालत इसकी अनदेखी नहीं कर सकती, वह अपना फर्ज निभाएगी।
उच्चतम न्यायालय इस मामले में अगली सुनवाई 28 जुलाई को करेगी।
चार मई की घटना
दरअसल, मणिपुर इन दिनों जातीय हिंसा की चपेट में है,
लेकिन अब एक वीडियो को लेकर मणिपुर के
पहाड़ी इलाकों में तनाव फैल गया है,
जिसमें दो महिलाओं को नग्न करके घुमाया जा रहा है। रिपोर्ट के
मुताबिक, यह वीडियो चार मई का है और दोनों महिलाएं कुकी समुदाय से हैं, वहीं जो लोग महिलाओं को
निर्वस्त्र कर घुमा रहे हैं वो सभी मैतई समुदाय से हैं। आदिवासी संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम
ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज
पुलिस ने बताया कि अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस
स्टेशन में अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज किया गया है।