नसबंदी के बाद कुत्तों का जीवन कैसा रहता है?

नसबंदी के बाद कुत्तों का जीवन कैसा रहता है? एक वरिष्ठ साथी ने पिछली पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया है कि नसबंदी किए हुए कुत्तों का हाल बेहाल हो जाता है।वे यहां तक कहते हैं कि उनका जीवन नरक हो जाता है।

नसबंदी के बाद कुत्तों का जीवन कैसा रहता है?

नसबंदी के बाद कुत्तों का जीवन कैसा रहता है?

एक वरिष्ठ साथी ने पिछली पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया है कि नसबंदी किए हुए कुत्तों का हाल बेहाल हो जाता है।

वे यहां तक कहते हैं कि उनका जीवन नरक हो जाता है।'

सड़क पर रहने वाले कुत्तों के मित्र सेक्टर -12 नोएडा निवासी मुकेश कौशिक ने अपने आसपास रहने वाले दर्जनों कुत्तों की नसबंदी कराई है।

इसके लिए उन्होंने कई संस्थाओं की मदद ली। उनके सेक्टर में अब कुत्तों की बढ़ती संख्या पर प्रभावी अंकुश लगा है।

नसबंदी के पश्चात संस्थाओं द्वारा वापस छोड़ने पर मुकेश कौशिक उन कुत्तों का विशेष ध्यान रखते हैं। विशेष ध्यान से मतलब है

उन्हें खाना, रहने का सुरक्षित स्थान और प्यार।वे बताते हैं कि कुत्ता बहुत वफादार और बेहद संवेदनशील प्राणी है।

उसे खाने से अधिक प्रेम प्रभावित करता है। उसके साथ उकसाने की,

डराने की हरकत बिल्कुल नहीं करनी चाहिएं। पटाखे आदि के धमाकों से कुत्ते न केवल सहम जाते हैं बल्कि वे बदहवास भी हो जाते हैं।

गर्भाधान काल में भी उनका व्यवहार असामान्य हो जाता है। चूंकि वे हमारे साथ रहते हैं

और उन्हें पूरी तरह अलग नहीं किया जा सकता है, इसलिए कुत्तों के व्यवहार को समझना आवश्यक है।

यह अलग बात है कि सभ्य कुत्ते असभ्य मनुष्यों की हरकतों से लाचार होकर उग्र तथा आक्रामक हो उठते हैं।

उनकी इसी नासमझी की सजा के तौर पर आज न केवल वे आम आदमी के निशाने पर आ गए हैं

, बल्कि उनसे छुटकारा पाने के लिए तमाम उपाय तलाशे जा रहे हैं। नसबंदी भी ऐसा ही एक उपाय है।(साभार:नेक दृष्टि हिंदी साप्ताहिक नौएडा)