विद्यालय में उत्सव के कार्यक्रम का बच्चों के मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए मंच की प्रस्तुति के लिए पाश्चात्य संस्कृति की झलक दिखाते कार्यक्रमो की बजाय भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रमो का मंचन होना चाहिए।"।

विद्यालय में उत्सव के कार्यक्रम का बच्चों के मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए मंच की प्रस्तुति के लिए पाश्चात्य संस्कृति की झलक दिखाते कार्यक्रमो की बजाय भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रमो का मंचन होना चाहिए।"। दिल्ली के प्रतिष्ठित "नव हिन्द स्कूल " के 69 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि

विद्यालय में  उत्सव के कार्यक्रम का बच्चों के मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए मंच की प्रस्तुति के लिए पाश्चात्य संस्कृति की झलक दिखाते कार्यक्रमो की बजाय भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रमो का मंचन होना चाहिए।"।

विद्यालय में  उत्सव के कार्यक्रम का बच्चों के मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए मंच की प्रस्तुति के लिए पाश्चात्य संस्कृति की झलक दिखाते कार्यक्रमो की बजाय भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रमो का मंचन होना चाहिए।"।

  दिल्ली के प्रतिष्ठित "नव हिन्द  स्कूल " के 69 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित   कार्यक्रम में   विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित करोलबाग से एम सी डी की उपायुक्त श्रीमती शशांका अला जी ने भारतीय लोक संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम को देखकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा।

 उन्होंने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ साथ उत्तम संस्कार भी देने के लिए प्रबंधन समिति का धन्यवाद किया।

   चेयरमैन श्री कीर्ति शर्मा ने बताया निशुल्क शिक्षा, उत्तम संस्कार व स्वर्णिम भविष्य का ध्येय रखते हुए  

10 सितंबर सन् 1953 को बालिकाओं के लिए इस विद्यालय की स्थापना सुश्री कौशल्या नरुला जी ने अपने अथक प्रयासों से उस समय की जब बालिकाओं की

शिक्षा के बारे में कोई सोचता भी नहीं था। इसकी आधारशिला भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डा.राजेन्द्र प्रसाद जी के कर कमलों द्वारा रखी गयी । विद्यालय की प्रथम चेयरपर्सन स्वतंत्रता सेनानी श्रीमती सुचेता कृपलानी बनी जो उत्तर प्रदेश की प्रथम मुख्यमंत्री रही।

  इस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने वाली विद्यार्थी देश विदेश मे विभिन्न क्षेत्रों में उच्च पदों पर निरन्तर सेवा देते हुए राष्ट्र की प्रगति में सहभागी बन रही है। मुख्य

अतिथि अनिल सरीन जी ने अपने वक्तव्य में स्वावलंबी बनाने के लिए बच्चों को शिक्षा के साथ साथ

कुशल प्रशिक्षण की व्यवस्था के लिए उद्योग व शिक्षा जगत के सामंजस्य की आवश्यकता बताई।

विशिष्ट अतिथि करोल बाग क्षेत्र के विधायक विशेष रवि जी  ने इस अवसर पर बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए

 लग्न व मेहनत से कार्य करने की प्रेरणा दी।

अपने विषय में शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाली शिक्षिकाओं वह शत  प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया।

समारोह में क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। स्कूल सचिव राकेश भल्ला जी ने अतिथियों का धन्यवाद प्रस्तुत किया।