आकाश गुर्जर को इंसाफ दिलाने के लिए गुर्जर महापंचायत 4 मई को

ग्वालियर/ग्रेटर नोएडा, 21 अप्रैल सेना में भर्ती होकर देश की सेवा का सपना देखने वाले आकाश गुर्जर को आगरा पुलिस द्वारा मुठभेड़ में मारने के मामले में गुर्जर महापंचायत बुलाई गई है।

आकाश गुर्जर को इंसाफ दिलाने के लिए गुर्जर महापंचायत 4 मई को

ग्वालियर/ग्रेटर नोएडा, 21 अप्रैल सेना में भर्ती होकर देश की सेवा का सपना देखने वाले
आकाश गुर्जर को आगरा पुलिस द्वारा मुठभेड़ में मारने के मामले में गुर्जर महापंचायत बुलाई गई


है। गुर्जर समाज ने आकाश को न्याय दिलाने के लिए समाज के लोगों को ग्वालियर पहुंचने का
आहवान किया है।


मध्य प्रदेश के मुरैना निवासी आकाश गुर्जर को आगरा पुलिस ने खनन तस्कर बताकर मुठभेड़ में
मार दिया था। कोर्ट ने इसे फर्जी एनकाउंटर माना था। अब आकाश को मुठभेड़ में मारने वाले


पुलिसकर्मियों को सजा दिलाने के लिए 4 मई को ग्वालियर के फूलबाग में गुर्जर महापंचायत बुलाई
गई है। महापंचायत में आकाश गुर्जर फर्जी एनकाउंटर की जांच सीबीआई से कराने, दोषी


पुलिसकर्मियों की तुरंत गिरफ्तारी तथा मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने के साथ ही पीडि़त परिवार
को 1 करोड़ रूपये की सहायता राशि व परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की जाएगी।


आपको बता दे कि आगरा पुलिस ने मध्यप्रदेश के मुरैना निवासी 21 साल के युवक आकाश को
खनन तस्कर बताकर मुठभेड़ में तीन गोली मार दी थी। 48 दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत


से संघर्ष के बाद युवक ने दम तोड़ दिया था। अब छह महीने बाद आगरा जिला कोर्ट ने इस
एनकाउंटर को फर्जी बताकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं। एक


मां और वकील के संघर्ष से मामला साक्ष्य के साथ कोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने इसे फर्जी एनकाउंटर माना
है।

जिसके बाद आकाश गुर्जर के एनकाउंटर की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर राष्ट्रीय युवा
गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति ने शुक्रवार को रैली निकालकर कलेक्टेट का घेराव किया। गुर्जर


समाज के लोगों ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग
मुख्यमंत्री से की।

इस संबंध में पांच सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। आकाश की माँ ममता गुर्जर
के मुताबिक खेती-किसानी और दूध बेचकर हमारे घर का खर्च चलता है। तीन बेटों में सबसे बड़ा


आकाश 12वीं पास करने के बाद अग्निवीर भर्ती की तैयारी में जुटा था। उससे छोटा अभिषेक 10वीं


में फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़कर मेरे साथ खेती में हाथ बंटाता है। सबसे छोटा अंशु अभी 11वीं में
पढ़ रहा है।


आगरा में अग्निवीर की भर्ती चल रही थी। आकाश 26 सितंबर की रात 10 बजे के घर से आगरा के
लिए निकला था। वहां मेरा भतीजा और आकाश का चचेरा भाई विष्णु गुर्जर रहता है। विष्णु केंद्रीय


आयुध डिपो (सीओडी) में काम करता है। गड़ौरा गांव से मुख्य मार्ग को जाने वाली रोड से लगा
पिपरई गांव है। आकाश वहां से बस पकड़ने गया था। पिपरई गांव के रिश्तेदार परमलाल से मालूम


चला कि आकाश को ये बस पिपरई में 27 सितंबर की सुबह 4 से 4.30 बजे के बीच मिली थी।
इंदौर से दिल्ली जाने वाली बस यूपी-75 एटी-9864 के ड्राइवर रामेश्वर ने भी इसकी पुष्टि की।


रामेश्वर से ही पता चला कि सुबह 6.30 बजे के लगभग आगरा से पहले कुर्रा तिराहे के पास आकाश
पेशाब करने के लिए उतरा था और काफी देर तक वह नहीं लौटा, जिसके बाद वह बस लेकर निकल


गया था। आकाश जिसे तस्कर बताकर गोली मारी गई थी। वो सेना में भर्ती होकर देश की सेवा
करना चाहता था।