जर्जर पुल के हाल सुधरवाने की मांग को लेकर नोएडा की 7X वेलफेयर टीम आगे आई

नोएडा, 22 जनवरी ( नोएडा के सेक्टर-81 के मेट्रो स्टेशन से जोड़ने वाली ये पुलिया जो गांव सलारपुर जाती है, की हालत खस्ता है और कभी भी गिर सकती है।

जर्जर पुल के हाल सुधरवाने की मांग को लेकर नोएडा की 7X वेलफेयर टीम आगे आई

नोएडा, 22 जनवरी ( नोएडा के सेक्टर-81 के मेट्रो स्टेशन से जोड़ने वाली ये पुलिया जो
गांव सलारपुर जाती है, की हालत खस्ता है और कभी भी गिर सकती है। रोजाना गुजरते है उस पर


से लाखों वाहन और नहीं जाता प्राधिकरण का ध्यान। आज 7X वेलफेयर टीम, सलारपुर गांव के
निवासियों के साथ मिलकर सेक्टर-81 के पास बने जर्जर पुल के हाल सुधरवाने की मांग को लेकर


और एक अनोखी मुहीम छेड़ी। उन्होंने लोगो से चंदा मांगा और प्राधिकरण से अपील की के जल्द से


जल्द पुल को दोनों तरफ से बैरिकेड करे ताकि यहां कोई भी बड़ा हादसा न हो। साथ ही इसको
वापिस बनवाये।


7X वेलफेयर के संस्थापक ब्रजेश शर्मा का कहना है की, "ये नया मुद्दा नहीं है, हम एक महीने से
आवाज उठा रहे है,

लेकिन प्राधिकरण शायद हादसा होने के बाद ही जागेगा। अब जब कोई सुनेगा ही
नहीं तो हम ऐसे ही करेंगे शायद सरकार और प्राधिकरण के पास फंड की कमी है इसीलिए हमने यहां


आज यहां से चंदा करना पड़ रहा है। हमने सिर्फ एक रुपया चंदा इकट्ठा किया है। चंदे की राशि को
हम प्रधानमंत्री राहत कोष में जमाकर पुल बनाने के लिए भेजेंगे.


गिरिराज बहेड़िया, 7X वेलफेयर टीम के संस्थापक का कहना है, गांव के लोगो को एक साल हो गया
था शिकायत करते हुए

के इस पुलिया की हालत जर्जर है, न साइड में बैरिकेडस है और बहुत ही
कमजोर है, भारी ट्रैफिक देख वो कई बार कह चुके थे, के इसे दोबारा बनवा दो। जब किसी ने भी


उनकी नहीं सुनी तब जाकर हम उनके सपोर्ट में उतरे है।
177 रुपया चंदा हुआ इकट्ठा : श्रेया शर्मा, 7X वेलफेयर टीम की मेंबर ने बताया, "कुल मिलकर हम


ढाई घंटे के प्रोटेस्ट में 177 का चंदा इखट्ठा कर पाए है। हमें कई राहगीरों ने PAYTM के माध्यम
से बड़ी राशि दान करने के लिए गुजारिश की, लेकिन हमे सिर्फ सांकेतिक चंदा लेना था। हम सिर्फ


एक रुपया ही ले रहे थे और हमारी सारी मेहनत तब सफल मानेंगे जब सरकार और प्राधिकरण आगे

आकर इस पुल को वापिस बनवाएंगे और बैरिकेड लगवाएंगे। मुहीम में शाहमल भाटी, सचिन भाटी,
श्रेया शर्मा, जितेंद्र, सुमित, गिरिराज, ब्रजेश, महेश के साथ गांव वालो ने भी साथ दिया।