मथुरा में फिर सामने आया हाईवे किनारे ’देह व्यापार का स्याह सच’

हाइवे किनारे संचालित ढाबों पर बालिकाओं को बन्धक बनाकर दुष्कर्म कर वैश्यावृत्ति कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। कोसीकला क्षेत्र में गिरोह के चार सदस्यों को हंसराज ढाबा के सामने सतवीर के होटल से गिरफ्तार किया

मथुरा में फिर सामने आया हाईवे किनारे ’देह व्यापार का स्याह सच’

हाइवे किनारे संचालित ढाबों पर बालिकाओं को बन्धक बनाकर दुष्कर्म


कर वैश्यावृत्ति कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। कोसीकला क्षेत्र में गिरोह के चार सदस्यों को
हंसराज ढाबा के सामने सतवीर के होटल से गिरफ्तार किया गया तथा मौके से अभियान के तहत तलाश
की जा रही पीड़िता व अन्य पीडिता बालिका को सतवीर के होटल से बरामद किया गया। बाल आयोग
की टीमों की पहली बार में इस सफलता ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगा दिए हैं।


घटनाक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश राज्य बाल आयोग की निगरानी में मिशन मुक्ति फाउंडेशन की टीम ने
हाईवे किनारे कोटवन बॉर्डर के समीप ढाबे पर छापा मार कार्रवाई की। टीम को एक के बाद एक बड़ी
सफलता मिली है। एक बालिका की तलाश करने पहुंची टीम को ये लडकियां मिली हैं। जिन्हें बरामद
किया गया है। राज्य बाल आयोग के निर्देश पर काम कर रही मिशन मुक्ति फाउंडेशन की टीमों ने दो
बालिकाओं को मुक्त कराया है।

जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था। इससे पहले हाईवे किनारे
इन ढाबों पर बाल अधिकार संरक्षण से जुड़ी इन टीमों की कार्रवाई करने की सूचना लीक हो गई थी।
ढाबा संचालकों ने लडकियों को वहां से हटा दिया था। जिसके चलते टीम को यह कार्रवाई टालनी पडी।
टीमों ने दोबारा रेकी कर सूचना को पुख्ता कर अचानक कार्रवाई की। इस बड़ी कार्रवाई और सफलता से
खलबली मच गई। क्षेत्राधिकारी छाता के मुताबिक गौरव कुमार त्रिपाठी के मुताबिक सतवीर पुत्र बुद्धी
निवासी बरसाना रोड कस्बा व थाना छाता, कमल पुत्र फतेहराम निवासी कोटवन थाना कोसीकलां, दुर्गा

छापे की कार्रवाई हो गई थी लीक, टालना पड़ा था ऑपरेशन
बाबू पुत्र रामचन्द्र शाह निवासी गांव ब्रम्हपुरा घोघाडीह थाना फुलपराश जिला मधुबनी बिहार तथा धर्मेन्द्र
पुत्र कुन्दन निवासी करमन थाना होडल जिला पलवल हरियाणा को गिरफ्तार किया गया है। छापेमारी के
दौरान दो मोबाइल फोन, 14,000 रुपये, बडी मात्रा में कंडोम के पैकेट, मैनफोर्स टैबलेट आदि बरामद हुई
हैं। टीमें अभी कार्रवाई में जुटी हुई हैं।


झारखंड की किशोरी को तलाशते पहुंची थी चाइल्ड वेलफेयर की टीम
झारखंड से एक 15 वर्षीय किशोरी को कुछ लोग काम के बहाने दिल्ली ले आए थे। जिसके बाद से
बालिका गायब थी। किसी तरह से उसने अपनी बैंगलोर में रह रही बहन से संपर्क कर आपबीती बताई।
हालात को समझते हुए वह उसे खोजते हुए दिल्ली पहुंची और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी संस्कार आश्रम
दिल्ली से संपर्क कर अपनी शिकायत रूप सुदेश विमल को दी। उन्होंने लडकी द्वारा बहन को बताएं
चिन्हों के आधार पर यूपी बॉर्डर के होटल या ढाबों पर बालिका के होने शक जताया। चाइल्ड वेलफेयर
कमेटी के सदस्य रूप सुदेश विमल के अनुसार उन्होंने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं उत्तर
प्रदेश राज्य बाल आयोग को इस बाबत सूचना देकर रैकी के लिए मिशन मुक्ति फाउंडेशन को जिम्मेदारी
सौंपी। टीम ने वहां पहुंचकर इसकी योजना बनाई। यहां टीम के सदस्यों ने पिछले एक सप्ताह तक इन
ढाबों पर ग्राहक बनकर रेकी की।


सीओ छाता की निगरानी में चला ऑपरेशन
जब टीम के सदस्य इस किशोरी से मिले और उसके उसी होटल पर होने की सूचना सुनिश्चित हुई तो
उन्होंने छाता सीओ से मुलाकात कर सीधे कार्रवाई की बात कही। मामले की निगरानी और कार्रवाई में
जुटी टीम के सदस्यों के अनुसार सूचना के साथ ही सीओ छाता गौरव त्रिपाठी को साथ लेकर कोटवन

स्थित चौधरी ढाबा पर कार्रवाई कर वहां से किशोरी सहित दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया,जबकि तीन लोगों को दबोचा है। वहीं दूसरी कार्रवाई टीम ने छाता में की। वहां से टीम ने एक नाबालिगसहित दो लड़कियों को बरामद कर चार लोगों को पकडे जाने की सूचना है। मिशन मुक्ति फाउंडेशन केडायरेक्टर वीरेंद्र सिंह एवं अमित कुमार ने बताया कि अभी कार्रवाई चल रही है। कुछ लोग फरार हैं।