वर्षों से बिना रजिस्ट्रेशन के किसके संरक्षण में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा कराए जा रहे गर्भपात व प्रसव जैसे कार्य
कासगंज । जनपद के थानाक्षेत्र अमांपुर में अमांपुर सहावर रोड पर स्तिथ आरती हॉस्पीटल से सटे एक बेनाम अस्पताल जिसका नाम न्यू नीलम बताया जाता है जो बिना मानकों और रजिस्ट्रशन के संचालित है जहां न सिर्फ अस्पताल बल्कि डॉक्टर बने झोलाछाप भी अनुभव हीन है,
कासगंज । जनपद के थानाक्षेत्र अमांपुर में अमांपुर सहावर रोड पर स्तिथ आरती हॉस्पीटल से सटे एक बेनाम अस्पताल जिसका नाम न्यू नीलम बताया जाता है
जो बिना मानकों और रजिस्ट्रशन के संचालित है जहां न सिर्फ अस्पताल बल्कि डॉक्टर बने झोलाछाप भी अनुभव हीन है, बल्कि मेडीकल डिस्पेंसरी भी संचालित है जिसके बल पर भोलीभाली जनता को गुमराह कर पैसे ऐंठने का कार्य कर रहे है । बार बार
मिली सूचना पर जब इस बात की पुष्टी की गयी तो पाया कि यहां न सिर्फ अस्पताल वल्कि डॉक्टर भी बिना डिग्री के हैं ।
क्या कहते हैं जिम्मेदार - अधिकारी
जब इस बारे में मुख्य चिकित्साधिकारी कासगंज से जानकारी ली गई तो उन्होंने इस बात तो को नकारते बताया कि इस प्रकार की हमारे पास कोई जानकारी नहीं है यदि कोई शिकायत मिले तो हम जांच कर सकते है अब देखना यह है कि जिम्मेदार इस बारे में
क्या प्रतिक्रिया लेते है क्योंकि नाम न बताने की शर्त पर एक शिकायत करता ने बताया कि उल्लेखित सभी कार्य बिना रोकटोक किये जाते है और एक वीडियो में यह साफ नजर आता है कि यहां किसी महिला का प्रसव कराया जा रहा है जहां कोई डाक्टर
मौजूद नहीं है । अवैध तरीके से बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित अस्पताल में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा प्रसव गर्भपात कर आखिरकार कब तक कितनी मासूम महिलाओं की जिंदगी यों से होता रहेगा
खिलवाड़ अगर गर्भपात के समय किसी की गई जान तो कौन होगा जिम्मेदार बड़ा सवाल, सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक
पता चला कि अवैध तरीके से चल रहे अस्पताल में भ्रूण की भी कराई जाती है जांच! अवैध रूप से संचालित अस्पताल में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा कार्रवाई की गई !
लेकिन सूत्रों की मानें तो सूत्रों का दावा है कि शिकायत पर संज्ञान लेकर स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा जहां पर जिस न्यू नीलम अस्पताल की शिकायत की गई थी वहां पर स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा कार्यवाही नहीं की गई है बल्कि वहीं से सटी दूसरी जगह पर
स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा कार्रवाई की गई जबकि इस संबंध में जिला चिकित्सा अधिकारी से जानकारी ली गई तो!
उन्होंने बताया कि अगर इस प्रकार का कोई मामला है तो कार्यवाही में लापरवाही करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा जिस टीम द्वारा अवैध रूप से संचालित अस्पताल पर की गई कार्यवाही की रिपोर्ट कॉपी हमने मांगी है