हरियाणा में लगातार हो रही पराली जलाने की घटनाएं: आप

आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश और केंद्र की सरकार कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।

हरियाणा में लगातार हो रही पराली जलाने की घटनाएं: आप

आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि प्रदूषण की रोकथाम के
लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश और केंद्र की सरकार कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। हरियाणा में पराली जलनेकी घटनाएं लगातार हो रही हैं। झझर, बहादुरगढ़ और गुरुग्राम समेत 20 शहरों से दिल्ली में 20 फीसदी

तक प्रदूषण आ रहा है। पार्टी की तरफ से शुक्रवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आप की वरिष्ठ नेता
रीना गुप्ता और विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि पंजाब सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है, जिसका
नतीजा है कि पंजाब में पराली जलने की घटनाओं में बीते डेढ़ वर्ष में 50 फीसदी तक की कमी आई है।
रीना गुप्ता ने कहा कि सर्दियों शुरू होने पर उत्तर भारत में प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है। आज
नोएडा, ग्रेटर नोएडा, जिंद, फरीदाबाद, रोहतक, गाजियाबाद समेत एनसीआर के सभी शहरों में प्रदूषण
बेहद खराब स्तर पर है। यह कोई पहला साल नहीं है, जब इन शहरों की हवा खराब हुई हो। दुनिया के
किसी भी देश में अगर इस तरह की समस्या होती है तो वहां की सरकार के पास उससे निपटने के लिए
योजना होती है, लेकिन बीते नौ सालों से केंद्र सरकार ने आज तक ऐसी कोई योजना ने बनाई, जिससे
उत्तर भारत में होने वाली प्रदूषण की समस्या का हल निकाला जा सके।


वहीं, दिल्ली सरकार हर साल विंटर एक्शन प्लान और समर एक्शन प्लान बनाती है। इसी वजह से बीते
वर्षों में दिल्ली में प्रदूषण 30 फीसदी घटा है। आलम यह है कि केंद्र सरकार के इशारे पर प्रदूषण की
रियल टाइम स्थिति बताने वाली बेवसाइट को पासवर्ड प्रोटेक्टिव बना दिया गया था, जिससे आम लोग न
जान सकें कि उनके शहर में कहां पर प्रदूषण ज्यादा है और उसके पीछे क्या कारण हैं। इस बारे में
सवाल उठाने पर उसे दोबारा खोल दिया गया। सफर का डाटा बताता है कि दिल्ली में प्रदूषण के लिए
कौन जिम्मेदार हैं। इससे पता चलता है कि आज दिल्ली में अपना खुद का प्रदूषण केवल 20 फीसदी है,
शेष 80 फीसद प्रदूषण बाहर से आ रहा है।


पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि हर साल हम चिट्ठियां लिखकर यह अनुरोध करते हैं कि दिल्ली-एनसीआर के
प्रदूषण के लिए योजना बनानी चाहिए। हम यह चिट्ठी केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को जुलाई-अगस्त से
लिखनी शुरू करते हैं, मगर आज तक केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने एक बैठक तक नहीं बुलाई। पंजाब में
आप सरकार बने सिर्फ डेढ़ साल हुआ है और वहां की सरकार के काम का ही परिणाम है कि अमेरिका
की एजेंसी नासा के मुताबिक, पंजाब में पराली जलाने के मामलों में 50 प्रतीशत की कमी आई है। वहीं,
हरियाणा सरकार प्रदूषण की समस्या पर कोई काम नहीं कर रही है। हरियाणा में लगातार पराली जलाई
जा रही हैं।

सफर वेबसाइट मुताबिक, फिलहाल हरियाणा के 11 शहरों से 20 प्रतिशत प्रदूषण दिल्ली में
आ रहा है। दिल्ली का 300 किलोमीटर परिधि का हिस्सा प्रदूषण की चपेट में है, क्योंकि यूपी और
हरियाणा की सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। एनजीटी और सुप्रीम