220 केवी के बिजली उपकेंद्र पर समस्या से 60 सेक्टरों की बिजली सप्लाई बाधित

नोएडा, 27 अप्रैल ( नोएडा शहर के एक-तिहाई हिस्से को बिजली से रोशन करने वाले सेक्टर-129 स्थित 220 केवी के बिजली उपकेंद्र पर समस्या बरकरार है।

220 केवी के बिजली उपकेंद्र पर समस्या से 60 सेक्टरों की बिजली सप्लाई बाधित

नोएडा, 27 अप्रैल । नोएडा शहर के एक-तिहाई हिस्से को बिजली से रोशन करने वाले
सेक्टर-129 स्थित 220 केवी के बिजली उपकेंद्र पर समस्या बरकरार है। उपकेंद्र परिसर में सप्लाई के


जोड़ केवल जुगाड़ से जोड़े गए हैं। इस वजह से उपकेंद्र परिसर में आए दिन फॉल्ट की समस्या आ


रही है। इससे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ के करीब 60 सेक्टरों की बिजली सप्लाई
भी बाधित हो रही है।


सेक्टर-129 में ट्रांसमिशन विभाग का 220 केवी का बिजली उपकेंद्र है। इस उपकेंद्र को सेक्टर-148
स्थित 400 केवी के उपकेंद्र से जोड़ा गया है। सेक्टर-129 स्थित 220 के उपकेंद्र से 33 हजार केवी


वॉल्ट की 53 लाइन निकल रही हैं। इन लाइनों से शहर के 60 से 70 सेक्टर को बिजली सप्लाई
होती है। हालांकि, 220 केवी के उपकेंद्र में फैली अव्यवस्था और मरम्मत कार्य पूरा नहीं होने की


वजह से उपकेंद्र परिसर में केबल के जोड़ और सीटीपीटी आदि में आए दिन फॉल्ट की समस्याएं आ
रही हैं। उपकेंद्र परिसर में फॉल्ट को भी केवल जुगाड़ से ही दुरुस्त किया जा रहे हैं। ऐसे में उपकेंद्र


परिसर में पिछले दो से तीन सप्ताह से लगातार समस्याएं बढ़ती आ रही हैं। इससे शहर के एक-
तिहाई सेक्टरों में बिजली सप्लाई बाधित हो रही है, जिसकी लोग सोशल मीडिया पर भी जमकर


शिकायत कर रहे हैं। लोगों को तीन से चार घंटे तक बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है।
220 केवी के उपकेंद्र से जुड़े है इन सेक्टरों के उपकेंद्र

220 केवी के बिजली उपकेंद्र से शहर के 32 बिजली उपकेंद्र जूड़े हुए है। इससे सेक्टर-125, 124,
45, 83, 108, 142, 132, 46, 137

, 93बी, 80, 153, 47 और सेक्टर-100 समेत अन्य सेक्टरों के
33/11 केवी के बिजली उपकेंद्र जूड़े हुए है।


220 केवी के बिजली उपकेंद्र परिसर में 80 प्रतिशत कार्य हुआ पूरा
विद्युत निगम ट्रांसमिशन, अधीशासी अभियंता, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सेक्टर-129


स्थित 220 केवी के बिजली उपकेंद्र परिसर में कुछ खामियां होने की सूचना मिली थी। इसमें 80


प्रतिशत कार्य पूरा करा लिया गया है। शेष कार्य भी जल्द पूरा करा लिया जाएगा। उपकेंद्र परिसर में
आईसूलेटर से आगे की कार्य डिस्ट्रीब्यूशन का होता है। डिस्ट्रीब्यूशन भी गंभीरता दिखाए।