मेरठ में धर्म परिवर्तन के मामले में चार और आरोपी गिरफ्तार
मेरठ (उप्र), 30 अक्टूबर (। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में धर्म परिवर्तन के आरोप में नौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, अब तक इस मामले में कुल आठ आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रोहित सजवाण ने रविवार को बताया कि गिरफ्तार किये गये
आरोपियों के नाम बसंत, निक्कू, सरदार और अनिल हैं। उनकी गिरफ्तारी शनिवार रात की गई।
एसएसपी के अनुसार, इससे पहले इसी सिलसिले में प्रेमा, तितली उर्फ सुनीता, रीना और बिनवा को
गिरफ्तार किया जा चुका है और इस तरह इस मामले में अब तक तीन महिलाओं समेत आठ
आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सजवाण ने शनिवार को बताया था कि धर्म परिवर्तन को लेकर पुलिस को शिकायत मिली थी,
जिसकी जांच का जिम्मा पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) ब्रह्मपुरी को दिया गया था। उन्होंने बताया कि
सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर थाना ब्रह्मपुरी में तीन महिलाओं समेत नौ लोगों को आरोपी
बनाते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने शनिवार शाम बताया था कि इस मामले में तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार
किया गया है। उन्होंने कहा था कि ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम,
2021’ के तहत वांछित प्रेमा, तितली उर्फ सुनीता एवं रीना समेत कुल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार
किया गया है।
शिकायत मंगत पुरम बस्ती के कुछ व्यक्तियों ने दर्ज कराई थी।
प्राथमिकी में छबीली उर्फ शिव, बिनवा, अनिल, सरदार, निक्कू, बसंत, प्रेमा, तितली और रीना के
नाम हैं। एसएसपी के अनुसार, ‘‘अब तक की जांच में यह पता चला है कि इस इलाके में अधिकांश
दलित समुदाय के लोग रहते हैं। लॉकडाउन के दौरान उन्हें कुछ लोग खाना-वगैरह दे देते थे। इसके
बाद इन लोगों ने वहां पर प्रार्थना भी शुरू कर दी थी।’’
एसएसपी के अनुसार, कुछ लोगों से धर्म परिवर्तन की जानकारी मिली है, जबकि कुछ ने इससे
इनकार किया है।
पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ताओं के अनुसार कुछ लोगों ने क्षेत्र में रहने वाले गरीबों को कोरोना
वायरस महामारी के दौरान कुछ वित्तीय सहायता दी थी और बाद में आरोपियों ने इन लोगों पर धर्म
परिवर्तन का दबाव डाला।
पुलिस ने बताया था कि शिकायतकर्ताओं के अनुसार, ‘‘आरोपी मंगत पुरम कॉलोनी के लोगों के घरों
से हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर भी बाहर फेंक रहे हैं। विरोध करने पर अथवा घटना की शिकायत
किसी अधिकारी से करने पर आरोपी चाकू-डंडे के साथ घर आकर जान से मारने की धमकी देते हैं।’’