नदारद रहे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी
नोएडा ग्रेटर नोएडा जैसे प्राधिकरण जिलाधिकारी को कितना महत्व देते हैं? गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के द्वारा बुधवार को आहूत जिला उद्योग बंधु की बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी पहुंचे ही नहीं।
राजेश_ बैरागी-
नोएडा ग्रेटर नोएडा जैसे प्राधिकरण जिलाधिकारी को कितना महत्व देते हैं? गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के द्वारा बुधवार को आहूत जिला उद्योग बंधु की बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी पहुंचे ही नहीं।
क्या यह जिलाधिकारी की बैठक का बहिष्कार था? यह प्रश्न बाद को छोड़ते हैं। परंतु उनके न आने पर जिलाधिकारी क्षुब्ध थे। इस बैठक में जिले भर के उद्यमी संगठनों के प्रतिनिधि अपनी समस्याएं लेकर आए थे।
जिला उद्योग बंधु की बैठकों का आयोजन उद्यमियों की समस्याओं को सुलझाने के लिए ही किया जाता है।इन बैठकों का महत्व इसी से समझा जा सकता है
कि इसकी अध्यक्षता आमतौर पर जिलाधिकारी करते हैं और सभी महत्वपूर्ण विभागों तथा प्राधिकरणों के अधिकारी उपस्थित रहते हैं।आज की बैठक में भी ऐसा ही था,बस ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी नहीं पहुंचे।बैठक में नोएडा एंटरप्रिन्योर एसोसिएशन
के अध्यक्ष विपिन मल्हन ने नोएडा प्राधिकरण,खनन विभाग, बिजली विभाग से संबंधित कई महत्वपूर्ण समस्याओं को जिलाधिकारी के समक्ष उठाया।
कुछ समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर दिया गया, कुछ समस्याओं को उचित प्राधिकारी को भेजने का आश्वासन दिया गया।बैठक में एमएसएमई नोएडा चैप्टर अध्यक्ष सुरेंद्र नाहटा ने भी हिस्सा लिया। हालांकि बैठक में उठे अधिकांश मुद्दे ऐसे थे जिन्हें
संबंधित विभागों के द्वारा स्वत: सुलझा दिया जाना चाहिए था परंतु बाबुओं पर निर्भर प्रशासनिक व्यवस्था में संभवतः समस्या बनाए रखना ही एक काम है।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला उद्योग बंधु की बैठक तपती गर्मी में हवा के झोंके जैसी है। लोग इससे राहत पाएं न पाएं, उन्हें अपनी भड़ास निकालने का सुख तो मिल ही जाता है।