रिटायर्ड BSF कर्मी ने बेटी के दोस्त को मारा खुद कॉल कर बुलाई पुलिस

गाजियाबाद। क्रॉसिंग रिपब्लिक की पैरामाउंट सिंफनी सोसायटी में शुक्रवार देर रात रिटायर्ड बीएसएफकर्मी ने बेटी के परिचित युवक की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी।

रिटायर्ड BSF कर्मी ने बेटी के दोस्त को मारा खुद कॉल कर बुलाई पुलिस

Ghaziabad. Crossing Republic की पैरामाउंट सिंफनी सोसायटी में शुक्रवार देर रात रिटायर्ड बीएसएफकर्मी ने बेटी के परिचित युवक की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। आरोपित ने गोली मारने के बाद पुलिस को खुद फोन कर हत्या की बात बताई।पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित बेटी से बात करने को लेकर युवक से नाराज था। घटना से कुछ देर पहले युवती के भाई ने फोन कर पीजी में बुलाया था। बलिया के बरही थानाक्षेत्र के चौरा निवासी बृजेश कुमार का 22 वर्षीय पुत्र विपुल वर्मा एनएच-नौ स्थित एबीईएस कॉलेज में बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था।

विपुल पैरामाउंट सिंफनी सोसायटी के निंबस टावर में सातवें तल स्थित फ्लैट में किराए पर रहता था। बीएसएफ से रिटायर बलिया निवासी राजेश कुमार सिंह की पुत्री दीप्ति भी निंबस टावर के 13वें तल पर स्थित एक फ्लैट में चल रहे पीजी में रहती थी।

दीप्ति एक निजी कंपनी में नौकरी करती है। पुलिस का कहना है कि विपुल और दीप्ति में मित्रता के चलते बातचीत होती थी। दो-तीन दिन पूर्व विपुल और दीप्ति में किसी बात पर नोंकझोंक हुई थी। शुक्रवार देर रात दीप्ति के भाई रंजय ने विपुल को फोन कर पापा से बात करने के लिए बुलाया। विपुल अपने दोस्त आशीष कुमार गुप्ता के साथ लिफ्ट से 14वीं मंजिल तक पहुंचा। उसके पीछे आशीष चल रहा था। पीजी के मुख्य दरवाजे के अंदर घुसते ही युवती के पिता राजेश ने उसके थप्पड़ मार दिया। विपुल संभल पता इसी बीच राजेश ने पिस्टल निकालकर विपुल पर फायर कर दिए। यह देख आशीष घबरा गया और तेजी से सीढि़यों के रास्ते नीचे भाग गया। आशीष की तरफ भी एक फायर किए जाने की बात सामने आई है। कुछ ही देर में आरोपित राजेश ने पुलिस को खुद फोन कर बताया कि उसकी बेटी को एक युवक परेशान कर रहा था इसलिए उसने युवक को गोली मार दी है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित को पकड़ लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपित से पिस्टल भी बरामद हो गई है।

विपुल वर्मा के दोस्तों का कहना है कि वह पढ़ाई में ठीक था। सोमवार को कॉलेज में प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन था। इसलिए उसके पास मूल रूप से झारखंड के गढहवा के पुत्तुर गांव निवासी आशीष कुमार गुप्ता, अविनाश, अभिषेक वर्मा, बुआ का लड़का आदित्य और अविनाश का भाई आए हुए थे। साढ़े 11 बजे तक अधिकांश साथी चले गए। सिर्फ आदित्य और आशीष ही फ्लैट पर रह गए।

विपुल की मौत की खबर मिलने पर चाचा विनोद वर्मा और फूफा अमित क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने पहुंचे। विनोद वर्मा ने कहा कि उनके घर के जवान बेटे की हत्या करने वाले को सख्त सजा मिलनी चाहिए। शाम करीब पांच बजे विपुल के पिता बृजेश भी बलिया से गाजियाबाद आ गए।

थाने पहुंचते ही उनका रो रोककर बुरा हाल हो गया। स्वजन ने किसी तरह उन्हें चुप कराया। विपुल के चाचा ने पुलिस को शिकायत देकर आरोपित राजेश कुमार सिंह, दीप्ति और उसके भाई रंजय सिंह पर हत्या का केस दर्ज करने के लिए शिकायत दी है। विपुल के चाचा का कहना है कि विपुल के एक छोटा भाई और एक बहन है।