लखनऊ बारिश ने एक बार फिर पीडब्ल्यूडी और नगर विकास के ठेकेदारो के मजबूत कार्य की पोल खोल कर रख दी

राजधानी में लगातार हो रही ने बारिश ने एक बार फिर पीडब्ल्यूडी और नगर विकास के ठेकेदारो के मजबूत कार्य की पोल खोल कर रख दी है।

लखनऊ बारिश ने एक बार फिर पीडब्ल्यूडी और नगर विकास के ठेकेदारो के मजबूत कार्य की पोल खोल कर रख दी

राजधानी में लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर पीडब्ल्यूडी और नगर विकास के ठेकेदारो के मजबूत कार्य की पोल खोल कर रख दी है।

इतना ही नहीं विभागीय ठेकेदारो के  घोटालों के बीच आम इंसान की ज़िन्दगी किस तरह खतरे में पड़ जाती है इसका जीता जागता नमूना रविवार दोपहर तब सामने आया जब विकास नगर थाना क्षेत्र में स्थित सेक्टर-4 में बरसात के दौरान बीच सड़क में एक खाईनुमा गड्ढा हो गया।


शुक्र है विभाग की लापरवाही में किसी के हताहत होने की कोई सूचना सामने नहीं आई। लेकिन इस हादसे के दौरान एक कार खाईनुमा गड्ढे में गिरते गिरते बच गई। मामले की सूचना पाकर मौक़े पर पहुंची पुलिस ने गड्ढे के चारो तरफ बैरिकेटिंग कर रुट डायवर्जन किया।


स्थानीय निवासियों के अनुसार रविवार दोपहर विकास नगर थाना क्षेत्र सेक्टर 3-5 के बीच चौराहे पर स्थित यदुवंश मेडिकल स्टोर के सामने 40 फिट की सड़क देखते ही देखते खाई नुमा गड्ढे में तब्दील हो गई। इस दौरान एक कार इस गड्ढे में जा लटकी जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगो ने मामले की सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने कड़ी मशक्क्त के बाद गड्ढे से कार को निकलने में कामियाबी हासिल की।

आपको बताते चले पीडब्ल्यूडी और नगर विकास के ठेकेदारों का भ्रष्टाचार हादसों के बाद भी कम नहीं होता और वह लगातार आम इंसान की जिन्दगियों को खतरे में डालने का काम करते है।


हादसों के बाद भी नहीं जागे जिम्मेदार


आपको बताते चलें की बीते वर्ष में भी पांच जुलाई को आशियाना के स्मृति उपवन चौराहे पर भी ऐसा ही मामला हुआ था जहाँ सड़क धंस जाने से एक बाइक सवार युवक अपने वाहन सहित गड्ढे में समा गया था और युवक को गंभीर चोटें आई थी। वही गोलागंज में सुबह सड़क धंसने से एक कार उसमें आधी समा गई। यह सड़क स्मार्ट सिटी योजना में गहरी सीवर लाइन डालने के बाद तीन साल पहले बनाई गई थी। हादसे के बाद जल निगम के अधिशासी अभियंता पीयूष मौर्या ने ठेकेदार कंपनी केके-स्पन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और उस पर जुर्माना लगाने की बात कही थी।


नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह से इस विषय पर बातचीत करने का बहुत प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने मामले की गंभीरता को नजर अंदाज कर दिया। उनकी इस लाचरता ने एक बात तो साबित कर दी की गलतियां उनके विभाग द्वारा की जा रही है। लेकिन जिम्मेदारी कोई नहीं लेना चाहता है। फिलहाल जब मामले ने तूल पकड़ लिया तो नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा मौके पर पहुँचकर उसके चारो और बांस की फटियों से बैरिकेटिंग की गई।

इसके बाद मामले में विकास नगर सेक्टर-4 के अधिशासी अभियंता अनिरुद्ध भारती ने यह बयान जारी किया की सड़क धंसने का जो मामला संज्ञान में आया है उसमे प्रथम दृष्टया इसका कारण क्षेत्र में बलुई मिट्टी होना प्रतीत हो रहा है। स्थल को नगर आयुक्त एवं महाप्रबंधक जल कल विभाग के निर्देशों से सुएज़ ने बैरिकेड कर दिया है। और सीवर लाइन को ठीक करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।