प्रख्यात संत बालकृष्ण दास महाराज का पंच दिवसीय 107 वां जन्म महोत्सव 8 दिसम्बर से

वृन्दावन।सेवाकुंज क्षेत्र स्थित वेणु विनोद कुंज में श्रीठाकुर वेणु विनोद बिहारी सेवा ट्रस्ट व वेणु विनोद पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में ब्रज के प्रख्यात संत बालकृष्ण दास महाराज "श्रीअलि" का पंच दिवसीय 107वाँ जन्म महोत्सव

प्रख्यात संत बालकृष्ण दास महाराज का पंच दिवसीय 107 वां जन्म महोत्सव 8 दिसम्बर से

प्रख्यात संत बालकृष्ण दास महाराज का पंच दिवसीय 107 वां जन्म महोत्सव 8 दिसम्बर से 

वृन्दावन।सेवाकुंज क्षेत्र स्थित वेणु विनोद कुंज में श्रीठाकुर वेणु विनोद बिहारी सेवा ट्रस्ट व वेणु विनोद पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में ब्रज के प्रख्यात संत बालकृष्ण दास महाराज "श्रीअलि" का पंच दिवसीय 107वाँ जन्म महोत्सव दिनांक 08 से 12 दिसम्बर 2024 पर्यंत विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मध्य अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ आयोजित किया गया है।

ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी शिवकुमार गोयल एवं रमेशचंद्र सर्राफ ने बताया है कि इस महोत्सव के अंतर्गत 08 से 10 दिसंबर पर्यन्त प्रातः 09 बजे से मध्याह्न 12 बजे तक भागवत भास्कर, विद्वत शिरोमणि आचार्य डॉ. अच्युतलाल भट्ट महाराज के श्रीमुख से "मन की शिक्षा" सत्संग प्रवचन किया जाएगा। 10 दिसंबर को प्रातः 11 बजे संत प्रवर बालकृष्ण दास महाराज "श्रीअलि" की वाणी "नवनीत" (द्वितीय - खण्ड) का विमोचन होगा।


महोत्सव के मीडिया प्रभारी डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया है कि 11 दिसंबर को प्रात: 7 बजे से महाराजश्री की प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक होगा।साथ ही आचार्य/भागवत पीठाधीश्वर मारूति नंदनाचार्य वागीश के आचार्यत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य उनका पूजन-अर्चन किया जायेगा।तत्पश्चात पदगायन एवं संकीर्तन का आयोजन संपन्न होगा।इसके अलावा रात्रि 10 बजे से 12 दिसंबर प्रातः 07 बजे तक वृन्दावन की प्रख्यात संकीर्तन मंडली के द्वारा "महामंत्र" का अखंड हरिनाम संकीर्तन होगा।

उत्सव पर्यंत प्रतिदिन सायं 5 बजे से 7 तक भक्त-श्रद्धालु परिकर द्वारा पद गायन व संकीर्तन आदि के कार्यक्रम होंगे।इसके अलावा 13 दिसंबर को महाराजश्री के परम भक्त बालकृष्ण गुप्ता (बड़वानी) के संयोजन में नंदगांव स्थित महाराजश्री की दिव्य गुफा और श्रीअलि मंदिर में सत्संग व संकीर्तन आदि के कार्यक्रम होंगे।जिसमें सभी भक्त-श्रद्धालु सादर आमंत्रित हैं।