Ghaziabad के स्‍लॉटर हाउस से 55 नाबालिग रेस्क्यू कराए

गाजियाबाद। गाजियाबाद के भूड़गढ़ी के स्लॉटर हाउस से 55 नाबालिगों को रेस्क्यू करने के बाद फैक्ट्री से हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है।

Ghaziabad के स्‍लॉटर हाउस से 55 नाबालिग रेस्क्यू कराए

 गाजियाबाद के भूड़गढ़ी के स्लॉटर हाउस से 55 नाबालिगों को रेस्क्यू करने के बाद फैक्ट्री से हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है।

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री में एक हॉस्टल बनाकर बच्चों को उसमें रखा जा रहा था। यहां कोई बेड तक नहीं था, सभी जमीन पर बिस्तर लगाकर सोते थे और हवा के लिए पंखा नहीं बल्कि एग्जास्ट फैन लगा हुआ था। इसके अलावा एक गार्ड भी वहां रहता था। पुलिस, राष्ट्रीय बाल अधिकार, आयोग, जिला प्रशासन की टीम ने छापेमारी कर इंटरनेशनल एग्रो फूड प्राइवेट लिमिटेड से 31 बच्चियों और 24 बच्चों को वहां से निकाला गया है। पुलिस अब सभी मेडिकल करवाने के साथ अन्य कार्रवाई कर रही है। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि इस मामले में टीम सभी डिटेल निकाल रही है। केस दर्ज कर लिया गया है। बच्चे कैसे आए इस बारे में जानकारी की जा रही है।

जानकारी के अनुसार वेस्ट बंगाल के माल्दा से एक किशोरी के फैक्ट्री में होने की जानकारी मिली थी। वह किशोरी फैक्ट्री में काम करती थी। इस दौरान फैक्ट्री में उसके डॉक्युमेंट तक चेक नहीं किए गए थे। उसे लेकर जाने के बाद एक एनजीओ ने किशोरी से बात की और उसके बारे में पूरी जानकारी सामने आई और इसमें टीमों को लगाया गया। इस रेड में पुलिस के साथ रहे मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि इस घटना के बाद जब बच्चों के फैक्ट्री में होने की जानकारी मिली तो टीम को लगातार इस पर नजर रखे हुई थी और फिर सूचना पुष्ट होने पर पुलिस और प्रशासन को जानकारी दी गई।

जानकारी के अनुसार, इस मामले में फैक्ट्री से रेस्क्यू किए सभी बच्चों का मेडिकल करवाया जा रहा है। उन्हें अभी शेल्टर होम में रखा गया है। साथ इस मामले में पुलिस सभी के एज प्रूफ की जानकारी कर रही है। एज प्रूफ नहीं होने की सूरत में एज टेस्ट भी करवाया जाएगा। जानकारी के अनुसार बाल श्रम के मामले के साथ पुलिस इस मामले में अन्य एंगल देख रही है। इसमें सभी फैक्ट को चेक किया जा रहा है। इसके लिए 15 सब इंस्पेक्टर की एक टीम का गठन किया गया है। जो इसमें सभी जानकारी जुटा रही है।

पुलिस के अनुसार रेस्क्यू किए गए बच्चों में बंगाल और बिहार के ज्यादा हैं। उसमें से कई ने पुलिस को बताया कि है कि उनका कोई परिचित अच्छी नौकरी के नाम पर साथ में लेकर आया था और स्लॉटर हाउस में छोड़कर चला गया। यहां दिन और नाइट दोनों ही शिफ्ट में उनसे काम करवाया जा रहा था।

इसके अलावा काम के बाद में फैक्ट्री के पास ही बने हॉस्टल में इन्‍हें रखा जा रहा था।

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