तीर्थराज प्रयाग
जहां गंगा-जमुना का होता संगम वह अदभुत स्थल प्रयाग है, जहां महापुरुषों का होता उद्गम वह अदभुत स्थल प्रयाग है ||
जहां गंगा-जमुना का होता संगम वह अदभुत स्थल प्रयाग है,
जहां महापुरुषों का होता उद्गम वह अदभुत स्थल प्रयाग है ||
यहीं शहीद हुए आज़ाद अपने,
यहीं सच्चे हुए नेहरू के सपने,
जहां इंदिरा ने लिया जनम, वह अद्भुत स्थल प्रयाग है ||
यहाँ लोगों में एका है,
हर एक को दूसरे पर भरोसा है,
जहां मिल कर बांटे जाते हैं गम, वह अद्भुत स्थल प्रयाग है ||
यहाँ मजहब के नाम पर चलती नहीं है गोली,
यहाँ ईद मनाते हैं हिन्दू मुसलमान खेलते हैं होली,
जहां एक समान हैं सभी धरम, वह अद्भुत स्थल प्रयाग है ||
यहाँ कोई नहीं अकेला है,
यहाँ हर माघ में लगता मेला है,
जहां सभी प्रांतवासियों का होता संगम वह अद्भुत स्थल प्रयाग है ||
यहीं से उत्पन्न हुए कवि अनेक,
"बच्चन" जी हैं उनमे से एक,
जहां मधुशाला का हुआ जनम, वह अद्भुत स्थल प्रयाग है ||
यहीं भरद्वाज़ ने किया निवास,
यहीं आकर मिटती भक्तों की प्यास,
जहां नहा कर हो सफल जनम , वह अद्भुत स्थल प्रयाग है ||
अपूर्व
बैंगलोर